Afsos by Bùi Thế Anh from Pexels अफ़सोस है सिर्फ अब कोई फ़र्ज़ नही... दिल पर बोझ है अब मोहब्बत करने की ताकत नही... बेवफ़ा मैं हूँ कि वो कोई ख़बर नही... ख़बर रखता था जिसकी हर वक़्त उसको मेरी फ़िकर नही... मर चुका हूँ मैं अब जिंदा होने का एहसास नही... उसने कंधा देने से मना कर दिया किस तकिये पर सर रखूं मैं मुझे नींद आती नही... बेचैनी में रहता हूँ मैं किसी सदाओं की शहर में नही... दिल में रखा था जिसे दहलीज़ पर उसके जाने पर वो मेरी तौहीन करना भूली न ही... बोहोत याद करता हू…
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