Hum yaha aaye hain | शायरी | हिंदी कविता |


 

आते है पास जो तेरे ही सायें हैं... 

रहती है दिल मे जो तेरी ही बाँहें हैं... 

बज रही है धड़कने तुमको सुनाते है... 

तुम पर ही मरने को हम यहाँ आये है...

~Avim 

Post a Comment

0 Comments