जो कभी किए ही नहीं मैंने | hindi shayari | Hindi poetry |

जो कभी किए ही नहीं मैंने 
वो भी वादे निभा रहा हूँ मैं... 
मुझसे फिर बात कर रही है वो 
फिर से बातों में आ रहा हूँ मैं... 

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